चिराग ना बुझे किसी के घर का, हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार ने जागरूकता के लिए छोटे बच्चों को दिवाली पर दीया हेलमेट।
 


" alt="" aria-hidden="true" />दिवाली के दिन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन अजमेरी गेट रेड लाइट गोल चक्कर पर जा रहे छोटे बच्चों को हेलमेट मैन उन्हें हेलमेट दे रहे थे. भारत सरकार ने 4 साल से ऊपर बच्चों के लिए भी हेलमेट का कानून लागू होता है. लेकिन सड़क पर चलने वाले एक भी गार्जियन अपने बच्चे के साथ ऐसे नियमों का पालन नहीं करते हैं. और आज दिवाली की चकाचौंध रोशनी और सारी खुशियां बधाइयां एक दूसरे को देने के लिए भागदौड़ लगी रहती है. घर का कोई कोना अंधेरा ना हो उसके लिए बाजार से लाइट लाकर रोशनी करते हैं क्योंकि उनके घर में सभी जगह लक्ष्मी जी का आगमन हो. लेकिन प्रतिदिन हेलमेट नहीं होने की वजह से हजारों घर के चिराग बुझ जाते हैं. एक छोटी सी गलती की वजह से जिस पर गार्जियन का कभी ध्यान नहीं जाता है


 



आज दूसरों के चिराग को बचाने के लिए हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार ने उन्हें लाइट की जगह हेलमेट दिया. ताकि हर साल उनके घर में खुशी रहे और उनका चिराग सुरक्षित रहें. सरकार नियम लागू कर देती है लेकिन अभी भी लोगों में भारी संख्या में जागरूकता की कमी है. इसलिए हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार ने भारत सरकार से अपील किया है कोई भी प्राइवेट स्कूल और कॉलेज जिस तरह से ड्रेस स्कूल बैग और किताब लेना अनिवार्य स्कूल से है उसी तरह स्कूल वाले बच्चों को एक हेलमेट देने का भी नियम बनाएं.